वरुण चक्रवर्ती विकेटकीपर से कैसे बने मिस्ट्री स्पिनर, जाने उनकी बायोग्राफी
वरुण चक्रवर्ती इस समय IPL 2020 में कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम का हिस्सा हैं। इस सीजन उन्होंने 7 मुकाबले खेले हैं और मात्र 7.21 की औसत इकॉनमी से गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट हासिल किये हैं। माना जाता हैं कि संयुक्त अरब अमीरात की क्रिकेट पिचें तेज गेंदबाजी के अनुकूल होती हैं, लेकिन बावजूद इसके वरुण चक्रवर्ती इन पर शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। वरुण चक्रवर्ती का क्रिकेट से इस मुकाम तक पहुँचने का सफर आसान नहीं रहा हैं। चलिए जानते हैं उनकी पूरी कहानी।
जन्म स्थान व परिवार
वरुण चक्रवर्ती का जन्म 29 अगस्त 1991 को कर्नाटक के एक छोटे शहर बीदर में हुआ था। वरुण चक्रवर्ती के पिता सीवी विनोद चक्रवर्ती भारत संचार निगम में कार्यरत हैं, जिसके कारण उनके घर में कभी कोई आर्थिक समस्या नहीं हुई हैं। वरुण चक्रवर्ती की माता का नाम मालिनी चक्रवर्ती हैं जो एक हाउसवाइफ हैं। उनकी एक बहन भी हैं जिनका नाम वंदिता चक्रवर्ती हैं।
शिक्षा
वरुण चक्रवर्ती की स्कूली शिक्षा बीदर में ही हुई हैं। इसके साथ ही उन्होंने आर्किटेक्चर की डीग्री हासिल की हैं और एक आर्किटेक्ट के तौर पर वह 2 वर्ष तक काम भी कर चुके हैं। हालाँकि उन्हें यह काम कभी पसंद नहीं आया और बाद में उन्होंने इसे छोड़ दिया।
वरुण चक्रवर्ती का क्रिकेट करियर
वरुण चक्रवर्ती ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत एक विकेटकीपर के तौर पर 13 वर्ष की उम्र में की थी। लेकिन 17 वर्ष की उम्र तक कई बार रिजेक्ट होने के बाद उन्हें क्रिकेट में अपना भविष्य दिखना बंद हो गया, जिसके बाद उन्होंने एक आर्किटेक्ट बनने का फैसला किया।
एज-ग्रुप क्रिकेट करियर
आर्किटेक्ट के काम में मन न लगने के बाद 2015 में वरुण ने एक मीडियम पेसर के तौर पर क्रिकेट में वापसी की। इस दौरान वह क्रोमबेस्ट क्रिकेट क्लब के लिए खेले। इस दौरान उन्हें घुटने में एक चोट लगी और उन्हें फिर से 6 महीने तक क्रिकेट से बाहर रहना पड़ा। वरुण ने इस बाद एक एक स्पिनर के तौर पर अपनी वापसी की और जुबली क्रिकेट क्लब के लिए फोर्थ डिवीजन क्रिकेट खेलना शुरू किया। वरुण को इस दौरान तमिलनाडु की कराईकुड़ी कालाई टीम में भी शामिल किया गया लेकिन उन्हें किसी मैच में मौका नहीं मिला।
वरुण चक्रवर्ती 2018 में उस समय चर्चा में आये जब उन्हें तमिलनाडु प्रीमियर लीग में मदुरई पैंथर्स की टीम में खेलने के लिए चुना गया। इस टूर्नामेंट में वरुण ने 10 मैचों में 9 विकेट हासिल किये और इस दौरान उनकी इकॉनमी सिर्फ 4.7 की रही। इस समय से ही बड़े चयनकर्ताओं का ध्यान वरुण अपनी और खींचने लगे थे।
लिस्ट-ए करियर
2018 में वरुण चक्रवर्ती को तमिलनाडु टीम में जगह मिली और यही उन्हें अपने लिस्ट-ए करियर में डेब्यू का भी मौका मिला। वरुण ने विजया हजारे ट्रॉफी के 2018-19 सीजन में गुजरात के खिलाफ चेन्नई में अपना पहला मैच खेला। इस टूर्नामेंट में वरुण ने 9 मैचों में 4.23 की इकॉनमी से 22 विकेट हासिल किये।
IPL करियर
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— KolkataKnightRiders (@KKRiders) October 15, 2020
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वरुण चक्रवर्ती काफी समय पहले ही चयनकर्ताओं की नजरों में थे, जिसका फायदा उन्हें 2019 के आईपीएल ऑक्शन में मिला। सिर्फ 20 लाख की बेस प्राइस के साथ ऑक्शन में शामिल हुए वरुण को किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने 8.4 करोड़ देकर अपनी टीम में शामिल किया। हालाँकि इस सीजन वरुण सिर्फ एक मैच खेल सके और इन्हें रिलीज भी कर दिया गया। 2020 आईपीएल ऑक्शन में कोलकाता नाईट राइडर्स ने भी वरुण पर बड़ा दाव लगाया और 4 करोड़ की बड़ी रकम देकर अपनी टीम में शामिल किया।
वरुण चक्रवर्ती के से जुड़े रोचक तथ्य
- वरुण चक्रवर्ती ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत एक विकेटकीपर के तौर पर की थी। इसके बाद वह एक मीडियम पेसर बने और अंत में उन्होंने स्पिन गेंदबाजी का चुनाव किया।
- वरुण चक्रवर्ती के अनुसार इस समय वह 7 तरह की गेंदबाजी कर सकते हैं। इनमे ऑफ़ब्रेक, लेगब्रेक, गूगली, कैरम बॉल, स्लाइडर, फ्लिपर और टॉपस्पिनर शामिल हैं। यही कारण हैं की वरुण को मिस्ट्री स्पिनर कहा जाता हैं।
- वरुण चक्रवर्ती आईपीएल खेलने से पहले चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए नेट में भी गेंदबाजी करवा चुके हैं।
- वरुण चक्रवर्ती साउथ इंडियन सिनेमा के स्टार अभिनेता विजय के बहुत बड़े फैन हैं, और उनका एक टैटू उन्होंने अपने हाथ पर भी बनवा रखा हैं।